लोग अक्सर सोचते हैं कि कामुकता देखने वाले की नजरों में होती है और किसी व्यक्ति के कामुक होने या न होने का संबंध, उसके चाल चलन से होता है, लेकिन यह पूरी तरह से सच नहीं है।
मानवीय मस्तिष्क कई सारी बातों का विश्लेषण करके किसी भी चीज को आकर्षक अथवा अनाकर्षक रूप में देखता है। कम से कम, शारीरिक आकर्षण के बारे में तो ये बात बहुत अहम है।
अनुवांशिक गुणों के कारण युवावस्था शुरू होते ही एक व्यक्ति विपरीत लिंग के उस व्यक्ति की औरआकर्षित होता है जिसके साथ उसकी जोड़ी बन सकने के मापदंड उसके मस्तिष्क में अनुवांशिक रूप से सुरक्षित होते है। उदाहरण के तौर पर एक सामान्य युवक उस युवती की और यौनकर्षित होता है जो अनुवांशिक गुणों में उसके साथ मेल बनाती हो, जिसकी प्रजनन क्षमता बढिया है, जो स्वस्थ है और जो एक बढिया अनुवांशिक गुणों वाली संतान को जन्म दे सकती है।
क्या आपने कभी सोचा है कि यौनाकर्षण के मामले में हम विपरीत लिंग के -
- बेडौल चेहरे वाले व्यक्ति की और आकर्षित क्यों नही होते है?
- बेडौल शरीर वाले व्यक्ति की और आकर्षित क्यों नही होते है?
- उम्र दराज व्यक्ति की और क्यों आकर्षित नही होते है?
- अस्वस्थ व्यक्ति की और क्यों आकर्षित नही होते है?
क्योंकि यौनाकर्षण के मामले में कुदरत ने हमारे मस्तिष्क को आनुवांशिकता के आधार पर विपरीत लिंग के व्यक्ति को कुछ लक्षणों और विशेषताओं के आधार पर देखने के लिए तैयार किया है। कुदरती आकर्षण के तौर पर ये कुछ बाते है जिन्हें एक व्यक्ति विपरीत लिंग के व्यक्ति में देखता है -
निश्चित रूप से बायीं तरफ की महिला का चेहरा सेक्सी है।
- साफ, चिकनी त्वचा से पता चलता है कि हम स्वस्थ हैं, खासकर महिलाओं के चेहरे पर।
- सुडौल चेहरा हमेशा सुंदर दिखता हैं, ऐसे व्यक्ति युवा और स्वस्थ दिखते हैं। आपके चेहरे का सुडौल होना आपकी बेहतर आनुवंशिकी को प्रदर्शित करता है।
- महिलाओं के लिए, जब चेहरे की बात आती है, तो ऊंचा माथा, भरे भरे होंठ, छोटा जबड़ा और छोटी ठोड़ी एक स्त्री को आकर्षक बनाती हैं।
- एक आकर्षक महिला का आदर्श चेहरा इस प्रकार से बना होता है जिसमे ऊपर की और उठी हुयी गालों की हड्डियां, बड़ी बड़ी आंखें और एक छोटा जबड़ा हो।
- साफ आँखें आकर्षण पैदा करने में काफी महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि लाल और पानी वाली आँखों को "उदास और बदसूरत" माना जाता है
- शरीर की सुडौलता भी चेहरे की सुडौलता के समान बहुत महत्वपूर्ण होती है।
- पुरुष 7:10 के कमर-से-कूल्हों के अनुपात को पसंद करते हैं। वजन मायने नहीं रखता। कूल्हे की चौड़ाई और स्तन का आकार प्रजनन क्षमता, बच्चे के जन्म और पालन-पोषण के महत्वपूर्ण कारक हैं और इनका संबंध मानव के विकास से है।
- पुरुषों के लिए आदर्श कमर-से-कूल्हों का अनुपात 9:10 है।
- यौनाकर्षण की दृष्टि से आदर्श पुरुष की खूबियों में बड़ा जबड़ा, चौड़ी ठोड़ी, घनी भौंहे, आंखों और मुंह के बीच का कोण, जबड़े की बनावट और चेहरे की लंबाई सभी एक भूमिका निभाते हैं।
- यौनाकर्षण के लिये हमेशा एक युवा रूप आकर्षक होता है क्योंकि उम्र के बढ़ने के साथ प्रजनन क्षमता कम हो जाती है। अगर कुदरती कारणों के ऊपर ही निर्भरता हो तो आप कभी किसी ऐसे व्यक्ति के साथ संभोग नहीं करना चाहेंगे जिसके साथ आपके मिलन के फलस्वरूप संतान उत्पन्न न हो सकती हो।
- हाल ही में की गयी एक रिसर्च में पाया गया है कि एक पुरुष के शरीर मे 12 प्रतिशत फैट होना सबसे अच्छा माना गया है। शरीर मे फैट का प्रतिशत इस बात का सूचक है कि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) कितनी अच्छी तरह काम करती है।
- 20.85 का बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) एक महिला के लिए सबसे आकर्षक वजन के रूप में निर्धारित किया गया है।
- ऐसे पुरुषों को आम तौर पर आकर्षक माना जाता है जिनके चौड़े कंधे हों और कूल्हे अपेक्षाकृत पतले हो। (सामान्य "वी" आकार)। महिलाओं को भी पुरुषों की पतली कमर और चौड़ी छाती अपनी और आकर्षित करती है।
- यौन आकर्षण का एक अन्य कारक गंध भी होती है, हालांकि मनुष्यों में फेरोमोन (वो रसायन जो वें अपनी प्रजाति के विपरीत लिंग के जानवर को संभोग के लिये आकर्षित करने के लिये छोड़ते हैं ) नही होते है फिर भी गंध किसी व्यक्ति को आकर्षित करने में भूमिका निभाती है। अध्ययनों से पता चला है कि हम विपरीत लिंग के व्यक्ति की गंध के जरिये हमारे प्रतिरक्षा प्रणाली के मैच (जिनके जीन हमारे जीन के पूरक हैं और एक स्वस्थ संतान पैदा करने के लिए अहम भूमिका निभाते है) पा सकते हैं।
सिमेट्रिकल बॉडी (symmetrical body)
तो ये थी यौनाकर्षण से जुड़ी कुछ ऐसी बातें जिनका संबंध हम इंसानों के विकास से है और जो हमारे मस्तिष्क को अनुवांशिक विरासत में प्राप्त हुई हैं। हालांकि प्रेक्टीकली तौर पर जब यौन आकर्षण की बात आती है तो इन सब बातों की वैल्यू नाममात्र ही रह जाती है।
हम इंसान लगातार शारीरिक तौर पर विकसित होने के साथ साथ अपने व्यक्तित्व को भी विकसित करते आ रहे हैं जिसकी वजह से यौनाकर्षण के मामले में हमारे व्यक्तित्व का बहुत अधिक रोल सामने आता है, फिर भी ये जानकारी अपनी जगह पर बिल्कुल सटीक है। हो सकता है कि भविष्य में हमारा सामना मानव की बेहद खूबसूरत किसी ऐसी प्रजाति से हो जाये जिसका व्यक्तित्व अभी हमारी तरह विकसित नही है।
यह लेख आपके लेखक ने काफी मेहनत से लिखा है, आशा है आपको पसंद आयेगा।
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